हमनी से मिले खतीर "अपन सल्हावा आर सवलवा हमनी के पठियों" येहे लिखलाहा नीचु में हो।
नीचु दियल पता से तोहनी हमनी जुगुर एग संदेसवा पठाए सके हीं। जदि तोहनी हमनी से कुछु सवलवा के जवाब खोजे हीं ता तोहनी अपन नामा आर इमेल पता दे सके हीं, आर नाञ ता तोहनी के अपन नाम आर इमेल पता दिये के जोरत नाञ हो।